उद्देश्य
- संघ का मूल उद्देश्य मत्स्य पालन से संबंधित गतिविधियों जैसे
मत्स्योत्पादन तथा इससे संबंधित गतिविधियॉ तथा अन्य जलीय उत्पादों के
उत्पादन को सहकारिता के माध्यम से वृद्धि करना जैसे -
(क)
राज्य के लघु,
मध्यम तथा वृहत जलाशयों तथा
राजस्व तालाबों का सीधे अथवा मत्स्यजीवी सहयोग समितियों के माध्यम से
प्रबन्धन करना ।
(ख)
मत्स्यपालन से संबंधित गतिविधियों में बढ़ावा देने के लिये मत्स्य जीवी
सहयोग समितियों को वित्त प्रदत करना।
(ग)
मछली तथा अन्य जलीय उत्पादों के प्रीजरवेशन ( संधारण) में सहायता प्रदान
करना
(घ)
मछली तथा अन्य जलीय उत्पादों के सरकारी अथवा अन्य संस्थाओं के माध्यम से
विपण्न में सहायता करना ।

(ड)
सभी प्रकार के जलक्षेत्रों से मछली तथा अन्य जलीय उत्पादों के उत्पादन में
वृद्वि लाने के लिये सहायता करना ।
(च)
मछली तथा अन्य जलीय उत्पादों के क्रय तथा विक्रय से संबंधित सभी प्रकार
निविदा अथवा विनिमय में भाग लेना ।
(छ)
संघ के हित में किसी अन्य सहकारी समिति के द्रोयर या हिस्सा पून्जी का क्रय
करना।
(ज)
संघ के सदस्य समितियों के हितों की रक्षा के लिये आवश्यक कार्य करना ।
(झ)
सदस्य समितियों के सदस्यों के बीच बचत,
स्वयं सहायता तथा
सहकारिता को प्रोत्साहित करना तथा सदस्यों के बीच सहकारिता तथा उध्यमिता के
विचार धारा को प्रोत्साहित करना ।
(ञ)
समितियों के सदस्यों के लिये प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
(ट)
समितियों के सदस्यों को मत्स्यपालन से संबंधित अन्य गतिविधियों जैसे
- रंगीन मछलीपालन,
मोती पालन,
पेन कल्चर,
केज कल्चर,
जाल बुनाई,
नाव निर्माण,
मत्स्य बीज उत्पादन,
मत्स्य आहार उत्पादन
आदि कार्यो को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करना सहयोग प्रदान करना तथा अन्य
संस्थाओं से समन्वय स्थापित करना।
(ठ)
सदस्यों को जलाशय में शिकारमाही करने के लिये नाव तथा जाल के अधिग्रहण में
सहयोग प्रदान करना। |